सोनभद्र। देश भले ही आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हो । सोनभद्र के ज्यादातर इलाकों में आज भी यहां के लोगों के लिए सरकार की योजनाएं बैमानी साबित हो रही है। आदिवासी ग्रामीणों की समस्या में कोई खास परिवर्तन नही हुआ। आज भी शहरी इलाकों के चकाचौध से दूर ग्रामीण अंचलों में चलने के लिए समुचित साधन की व्यव्स्था या जिला मुख्यल्य से उनका जुड़ाव आज भी 75 वर्ष पहले की तरह है। ऐसे में आज जिले के चोपन विकास खंड क्षेत्र स्थित आदिवासी क्षेत्र कुलडोमरी, बैरपुर, पनारी इत्यादि गांवों के लोग आज आदिवासी विकास मंच के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और रेलवे की डीआरएम को ज्ञापन सौंपकर जल्द अपनी मांगो को पुरा करने का आग्रह किया।
वही हरदेव नारायण तिवारी ने बताया की देश व प्रदेश में चाहे जिसकी भी सरकार रही हो आदिवासियों को बस वोट बैंक समझने का प्रयास किया गया है। आज भी चोपन विकास खण्ड क्षेत्र में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं फफरा कुण्ड रेलवे स्टेशन के पास कड़िया रेलवे लाइन क्रॉस करके मोटरसाइकिल, साइकिल, पैदल प्रतिदिन सैकड़ों को संख्या में लोग आते जाते हैं। ठीक वही स्थिति आदिवासी क्षेत्र जोगीडीह रेलवे स्टेशन के पश्चिम क्षेत्र के निवासी पढ़ने वाले बच्चे सैकड़ो की संख्या में प्रतिदिन जोगिडीह रेलवे लाइन क्रॉस करके आते जाते हैं । दोनों जगह पर रेलवे लाइन क्रॉस करते समय खतरे की संभावना निरंतर बनी रहती है। वहीं दूसरी ओर जोगीडी स्टेशन के पश्चिम की तरफ से रहने वाले आदिवासियों का विकास इसी लिए नहीं हो पा रहा है ।
जिसका परिणाम यह होता है की रेलवे क्रॉसिंग ना होने से वहां जीवन दायिनी एंबुलेंस जैसी गाड़ियां भी नहीं पहुंच पाती जिस कारण से लोगों को कई मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ता है
– वही संबंधित संगठन के सूबेदार सिंह गौड़ ने कहा कि हमारे आदिवासी क्षेत्र में खुलदिल रेलवे स्टेशन है तो है और आदिवासियों को बाहर आने जाने हेतु कोई साधन नहीं है खुलदील रेलवे स्टेशन से वाराणसी शक्ति नगर इंटरसिटी एवं त्रिवेणी एक्सप्रेस प्रतिदिन जाती है लेकिन इसका ठहराव संबंधित स्टेशन पर नहीं है जिस कारण यहां की गरीब लोगों के लिए चुनार चोपन, गोमो पैसेंजर तथा चोपन कटनी पैसेंजर चलती थी जो कोरोना कल 2020 से बंद कर दी गई है इन समस्याओं के समाधान हेतु हम लोगों ने रेलवे प्रशासन एवं भारत सरकार को पत्र देकर मांग की बावजूद इसके समाधान नहीं किया जा रहा जिस कारण आज आंदोलन करना पड़ा। ओबरा विधानसभा से विधायक व मंत्री बने संजीव गौड़ भी लोगो को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पा रहे है। यहां पर हमारे समुदाय से विधायक बने मंत्री बने फिर भी हम लोग सभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। अगर समय रहते हमारी मांग नहीं पूरी हुई तो हम भूख हड़ करेंगे।