मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उद्योग क्षेत्र की समस्याओं को दूर कर मध्यप्रदेश को फार्मा सेक्टर सहित अन्य सेक्टर्स में आगे ले जाएंगे। उद्यमशीलता के विकास और औद्योगिक प्रगति के लिए राज्य सरकार के प्रयासों में कमी नहीं रहेगी। यह आवश्यक है कि हर हाथ को काम मिले और रोजगारपरक उद्योगों के विकास में सभी सहभागी बनें। खर्चों में कटौती के साथ आय बढ़ाने के उपाय खोजना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को भोपाल में फेडरेशन ऑफ मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित निवेशक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर फेडरेशन के नव-निवार्चित अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कार्यक्रम भी हुआ। कार्यक्रम में फेडरेशन के अध्यक्ष श्री दीपक शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की उद्योग नीतियों की अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी प्रशंसा की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने ऐसे उद्योगों की स्थापना पर जोर दिया है जो अधिक से अधिक रोजगार प्रदान कर सकते हैं। इससे राज्य के युवाओं को काम मिलेगा और अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। प्रदेश में संभाग स्तर की इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो रही हैं। प्रत्येक संभाग में उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, साथ ही प्रत्येक क्षेत्र में उद्यमशीलता भी विद्यमान है। इन संभावनाओं के दोहन के प्रयास जारी रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत ने गुलामी के दौर में भी अपना स्वाभिमान नहीं खोया। आज से 105 वर्ष पूर्व स्वामी विवेकानंद ने भारत के पुनरोदय की बात कही थी। स्वतंत्रता के बाद भी भारत को गेहूं खरीदने जैसे कार्यों में संघर्ष करना होता था। कुछ प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में भारत ने अनेक कष्ट उठाए। किसी के मौन रहने से तो किसी के विदेशों में सोना गिरवी रखने के फैसले क्षोभ पैदा करते थे। गत दस वर्ष विश्व पटल पर भारत की गरिमा बढ़ाने वाले वर्ष रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को ग्यारहवें स्थान से पांचवें स्थान पर लाने का कार्य किया है। बहुत जल्द भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। देश- विदेश में प्रत्येक भारतवंशी प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति सम्मान का भाव रखता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी समय के साथ चलते हैं। उनकी कार्यशैली के लिए अनेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष आगे बढ़कर प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिनंदन करते हैं।