बैतूल – मध्य प्रदेश के बैतूल में गिट्टी से भरे डंपरों की जांच के दौरान वैध दस्तावेज नहीं मिलने पर राजस्व टीम कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान डंपर मालिकों ने तहसीलदार और टीम के साथ बदसलूकी की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तहसीलदार ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।बैतूल तहसीलदार प्रदीप कुमार तिवारी ने बैतूल बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को गिट्टी खनिज का अवैध परिवहन करते हुए दो डंपरों को रोका गया। जांच के दौरान चालकों के पास खनिज परिवहन के वैध दस्तावेज नहीं मिले। जब पंचनामा कार्रवाई शुरू की गई, तो डंपर मालिक बोलेरो वाहन से मौके पर पहुंचे और राजस्व टीम के साथ बदसलूकी करने लगे।शिकायत के अनुसार, डंपर मालिकों ने दस्तावेज छीनने और फाड़ने की कोशिश की। उन्होंने टीम से चाबी छीनने का प्रयास किया और ड्राइवरों को जबरदस्ती अपनी गाड़ी में ले गए। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों डंपरों को जब्त कर लिया।प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि वे राजस्व टीम के साथ जन अभियान शिविर के लिए साबंगा गांव जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने अवैध खनिज परिवहन करते हुए दो डंपरों को रोका। जांच में दस्तावेज नहीं मिलने पर कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान डंपर मालिकों ने टीम के साथ अभद्र व्यवहार किया और ड्राइवरों को भगा ले गए।पुलिस ने दोनों डंपरों को जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं, डंपर मालिक ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए दावा किया है कि उनके पास खनिज रॉयल्टी के दस्तावेज मौजूद थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ड्राइवरों के साथ मारपीट की गई।घटना के समय राजस्व निरीक्षक और महिला पटवारी भी मौके पर मौजूद थीं। तहसीलदार ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं राजस्व अमले का मनोबल गिराने का प्रयास हैं। उन्होंने इसे माफियाओं की दबंगई करार दिया।