कलियासोत डैम के 11 शटर के पास टाइगर के सड़क पार करने का वीडियो सामने आया है। यह वीडियो शुक्रवार रात का बताया जा रहा है। इसे कार सवार व्यक्ति ने बनाया है। सामाजिक कार्यकर्ता राशिद नूर ने बताया कि कलियासोत डैम के पास बाघों की एक्टिविटी है। इस क्षेत्र में दो दिन में तीसरी बार बाघ देखे गए हैं। यह बाघ अलग-अलग मूवमेंट कर रहे हैं
बैरागढ़ चिचली में गाय का शिकार
इससे दो दिन पहले बैरागढ़ चिचली और मदरबुल फॉर्म में बाघ का मूवमेंट देखने को मिला है। बुधवार को बैरागढ़ चिचली में बाघ ने गाय पर हमला किया है। मदरबुल फॉर्म के पास भी बाघ के पगमार्क मिले हैं। यह इलाका जंगल से लगा हुआ है। जिससे बाघ फॉर्म हाउस की तरफ आ जाते हैं। वन विभाग ने बाघ के दिखने की सूचना के बाद उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
समर्धा रेंज के इलाके में 22 बाघ
कलियासोत-केरवा इलाका समर्धा रेंज में आती है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस इलाके में 22 से ज्यादा बाघ हैं। यहां पर पिछले साल एक बाघिन अपने शावकों के साथ भी कलियासोत डैम के किनारे मूवमेंट करते देखी गई थी। इसके अलावा पिछले कुछ समय से वाल्मी पहाड़ी तिराहा, कलियासोत का रोड, तेरह शटर ब्रिज, कलियासोत डैम, चंदनपुरा, मेंडोरा, मिंडोरी, बैरागढ़ चिचली के जंगल के आसपास का इलाका, सरोतियापुरा, रीछनखोह, केरवा, जेएलयू संस्थान वाला मार्ग, मदरबुल फॉर्म रोड क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट देखा गया है।
क्षेत्र में मानव-बाघ टकराव रोकने गतिविधियों को करें प्रतिबंधित
सामाजिक कार्यकर्ता राशिद नूर खान ने कलियासोत-केरवा क्षेत्र में बाघ मूवमेंट के साथ ही लोगों की आवाजाही बढ़ने को देखते हुए भोपाल कलेक्टर से धारा 144 लागू करने की मांग की है। खान ने डीएम को पत्र लिख कहा कि बाघ भ्रमण क्षेत्र केरवा-कलियासोत पर मानसून के दौरान आमजन मानस की भीड़ बढ़ जाती है। भोपाल की जनता इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में घूमने और पिकनिक के लिए एकत्रित होती है। वर्तमान में इस क्षेत्र में बाघों की निरंतर मूवमेंट बनी हुई है। लोग रात और दिन में भी बाघों को देखने और उनका वीडियो बनाने के लिए जंगल में चले जाते हैं। इससे लोगों को खतरा पैदा हो सकता है, साथ ही बाघों को भी खतरा हो सकता है। रोजाना जमा हो रही भीड़ को रोकने के लिए धारा 144 लगाना बहुत आवश्यक है।