भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ी कार्रवाई करते हुए 230 करोड़ रुपये की बड़ी राशि अटैच कर लिया है। यह कार्रवाई मध्य प्रदेश के पीपुल्स समूह पर मनी लांड्रिंग के तहत की गई है। ईडी ने जमीन, बिल्डिंग, मशीनरी, कॉलेज स्कूल, ट्रेनिंग सेंटर, पेपर मिल प्रिंटिंग मशीन को भी सीज कर लिया है। आपको बता दें कि पिछले महीने ही ईडी ने पीपुल्स समूह पर दबिश देकर दस्तावेजों को जप्त किया था।सितंबर महीने में मारे गए छापे में ईडी ने सर्चिंग की थी। कंपनी रजिस्ट्रार की शिकायत के आधार पर पीपुल्स समूह भोपाल और इसके अंतर्गत आने वाली संस्थाओं के मामले में कई स्थानों पर तलाशी ली गई थी। इसमें आठ लाख रुपये नकद और कई दस्तावेज जब्त किए गए थे। उस वक्त सामने आया था कि समूह के निदेशकों पर पद का दुरुपयोग कर 250 करोड़ रुपये का ऋण संबंधित संस्थाओं को शून्य या बहुत कम ब्याज दर पर दिया था।
प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद बताया गया था कि धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के प्रविधानों के तहत पीपुल्स समूह के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक जनकल्याण पारमार्थिक न्यास, सार्क्स मेटल प्राइवेट लिमिटेड, पीपुल्स यूनिवर्सिटी, उनके निदेशक रोहित पंडित, मयंक विश्नोई सहित अन्य ने पद का दुरुपयोग किया है।
पीपुल्स जनरल के निदेशकों पर आरोप था कि हास्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, पीपुल्स इंटरनेशनल एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और पीजीएच इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। 250 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण संबंधित संस्थाओं को शून्य या बहुत कम ब्याज दरों पर दिया गया था। इससे पीपुल्स समूह के शेयरधारकों को हानि हुई थी। ईडी की तलाशी अभियान के दौरान आठ लाख रुपये नकद मिले थे। तब ईडी ने दस्तावेज जब्त किए थे। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि ईडी ने कार्रवाई की हो। पीपुल्स समूह पर पिछले साल मई में भी सर्चिंग कार्रवाई की थी थी। ईडी की टीम ने तब पीपुल्स समूह के पांच ठिकानों पर दबिश दी थी। इसके पहले आयकर विभाग भी पीपुल्स समूह पर कार्रवाई कर चुका है, लेकिन आज ऐसा पहली बार हुआ है, जबकि ईडी ने 230 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है।