महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं को किस प्रकार की सुविधा दी जा रही है इसका ताजा उदाहरण शुक्रवार रात्रि को देखने को मिला। मंदिर के अंदर भगवान महाकाल के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए गणेश मंडपम तय किया गया है। श्रद्धालु गणेश मंडपम में खड़े रहकर भगवान महाकाल के दर्शन करते हैं। ऐसे में शुक्रवार रात्रि को गणेश मंडपम में तीन आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिला। यहां रात्रि में शयन आरती के पहले 10 बजे कुत्ते आपस में लड़ते दिखाई दिए। तीनों कुत्ते आपस में एक दूसरे को काट रहे थे। ऐसे में श्रद्धालुओं में अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। श्रद्धालु अपनी जान बचाकर भागते दिखे। गनीमत रही की कुत्तों ने किसी श्रद्धालुओं को नहीं काटा। यहां बता दे की पूर्व में मंदिर परिसर में ही इन्ही कुत्तों द्वारा कई बार श्रद्धालुओं को काटा भी गया है। मन्दिर के अंदर कुत्तों के इस आतंक को देखकर यह भी स्पष्ट हो गया है कि महाकाल मंदिर समिति श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कितनी चिंतित है।यहां बता दे की महाकाल मंदिर की देखरेख का जिम्मा मंदिर समिति के पास है। इसके अलावा मन्दिर समिति द्वारा ही निजी सुरक्षा एजेंसी , मन्दिर समिति कर्मचारी और पुलिसकर्मी की ड्यूटी भी लगाई जाती है। बावजूद इसके इस प्रकार की घटना घटित होना मंदिर को शर्मसार कर रहा है।