भोपाल। मध्य प्रदेश में पर तेजी से गिरने लगा है। उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश में ठंडी बढ़ने लगी है। शनिवार को प्रदेश की 12 जिलों का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया। जबकि प्रदेश में सबसे कम तापमान वाला जिला मंडला रहा, जहां 13.02 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। उधर, राजधानी भोपाल के तापमान में शनिवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला। यहां न्यूनतम तापमान गिरकर 14.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह तापमान सम्मान से दो डिग्री सेल्सियस कम है। राजधानी के लिए इस सीजन में शनिवार का दिन सबसे ठंडा रहा। वहीं, सर्वाधिक तापमान की बात की जाए तो धार में सबसे ज्यादा 33.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। आपको बता दें कि इस सीजन में पहली बार ऐसा हुआ है जबकि प्रदेश के अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 33.9 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि अब रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने लगेगी। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि फिलहाल पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में एक मौसम पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस कारण से उत्तर भारत के मौसम में तेजी से ठंडक बढ़ सकती है। इसका असर आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में भी दिखाई दे सकता है।
प्रदेश की प्रमुख शहरों की न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो मंडला में 13.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। उमरिया में 13.9, रायसेन में 13.4, राजगढ़ में 14, ग्वालियर में 14.6, दतिया में 14.5, भोपाल में 14.7, बैतूल में 14.2, जबलपुर में 15.6, ग्वालियर में 14.6, इंदौर में 16.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। वहीं, अधिकतम तापमान की बात की जाए तो राजधानी भोपाल में भी तापमान तेजी से गिरकर 32.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ग्वालियर में यह 33.6, इंदौर में 31.8, जबलपुर में 31.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। भोपाल के पड़ोसी जिले रायसेन में तो गजब हो गया। यहां अधिकतम तापमान गिरकर 24.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह प्रदेश के सबसे कम अधिकतम तापमान वाला जिला रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि नवंबर के महीने की शुरुआत से ही तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके चलते प्रदेश में ठंड तेजी से दस्तक देगी। न्यूनतम तापमान में तो गिरावट होगी ही, इसके साथ ही अधिकतम तापमान में भी कमी दर्ज की जा सकती है।