मध्य प्रदेश के दमोह, पन्ना, धार और देवास में छिपे हैं पेट्रोलियम के भंडार, पता लगाने में जुटी सरकार
भोपाल। मध्य प्रदेश प्रदेश में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज अब व्यापक स्तर पर की जाएगी। इसके साथ ही इसके उत्पादन तथा वितरण व विपणन के लिए राज्य सरकार की ओर से मध्य प्रदेश पेट्रोलियम कार्पोरेशन की स्थापना की जाएगी। इसको लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने खनिज साधन विभाग की समीक्षा की।मुख्यमंत्री ने बैठक में संबंधित अधिकारियों से इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही प्रदेश में राक फास्फेट पर आधारित उद्योग स्थापित करने के लिए भी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
भोपाल में होगा माइनिंग कॉन्क्लेव
भोपाल में 14 व 15 अक्टूबर को माइनिंग कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार के साथ किए जा रहे इस संयुक्त आयोजन में देश के अग्रणी उद्यमी, विषय-विशेषज्ञ, विभिन्न राज्यों के अधिकारी और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खनन क्षेत्र में सक्रिय कंपनियों के पदाधिकारी भाग लेंगे। यह कॉन्क्लेव प्रदेश में खनिज गतिविधियों और निवेश को प्रोत्साहित करने में सहायक होगा।
मध्य प्रदेश में कहां-कहां छिपा है खजाना
- मध्य प्रदेश के दमोह और पन्ना जिले पठारी इलाके होने के कारण यहां पेट्रोलियम के भंडार होने की संभावना जताई जा रही है।
- इसके लिए पिछले कई साल से ओएनजीसी और सहयोगी कंपनियां यहां प्राकृतिक गैस व तेल की तलाश में जुटी हैं।
- इसी तरह पूर्व में धार और देवास जिलों में भी पेट्रोलियम पदार्थ मिलने की संभावना जताई जा चुकी है।
- अब प्रदेश सरकार संभावित स्थानों पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज कराने की योजना पर काम कर रही है।