भोपाल गैस त्रासदी के 40 वर्ष बाद यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के कचरे को धार जिले के पीथमपुर स्थित संयत्र में लाकर निस्तारित करने की प्रक्रिया विरोध के लगभग सवा महीने बाद फिर शुरू कर दी गई है। इसके लिए संयत्र में खड़े 12 वाहनों से कचरे से कंटेनरों को 42 वें दिन गुरुवार को उतारा गया। इन कंटेनरों में 337 टन रासायनिक कचरा भरा हुआ है। इन्हें कलेक्टर, एसपी व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में उतारा गया। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की जबलपुर स्थित मुख्य पीठ में 18 फरवरी को कचरे के निस्तारण पर सुनवाई होनी है। इसमें राज्य सरकार की ओर से अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है।