- सीएम शिवराज सिंह चौहान बोले— 3 दिसंबर के बाद धूमधाम से मनाएंगे मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस
- प्रदेश को अंधेरों, गड्ढों और भ्रष्टाचार करने वालों से बचाना है
- कमल नाथ ने कहा— प्रदेश से कुशासन और भ्रष्टाचार के काले अध्याय के अंत का प्रण ही प्रदेश के नए युग का आरंभ बनेगा
भोपाल। आज मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बधाई देने के बहाने एक—दूसरों पर निशाना साधा। शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। 3 दिसंबर के बाद हम मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाएंगे। यह बातें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर बुधवार को कही। मुख्यमंत्री ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि अंधेरे, गड्ढे, भ्रष्टाचार, घोटालों का प्रदेश बनाने वालों से इस प्रदेश को बचाना है। मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को ऐसे हाथों में ना सौंपें जो मध्य प्रदेश की तबाही और बर्बादी के जिम्मेदार थे, जिन्होंने प्रदेश को अंधेरों, गड्ढों का प्रदेश बना दिया था भ्रष्टाचार और घोटालों का प्रदेश बना दिया था, इस बार उनसे राज्य को बचाना है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक समय ऐसा था जब मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था। पिछड़ा राज्य कहा जाता था, लेकिन आज हम समृद्ध और विकसित राज्यों की अग्रिम पंक्ति में हम खड़े हैं। हम सभी को मिलकर मध्य प्रदेश को और आगे ले जाना है।
हमने ही शुरू की थी उत्सव की परंपरा : सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थापना दिवस मनाने की परम्परा भी हमने शुरू की है। प्रत्येक वर्ष पर हम आनंद और उत्साह के साथ मध्यप्रदेश दिवस मनाते हैं। लेकिन आचार संहिता के कारण हम मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का शासकीय तौर पर आयोजन नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन 3 दिसंबर तारीख बाद फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी और फिर तिथि निश्चित करके हम धूम-धाम से मध्यप्रदेश दिवस मनाएंगे।
कुशासन का करेंगे अंत : कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी है। उन्होंने लिखा कि सभी मध्य प्रदेशवासियों को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आइए हम सब मिलकर अपने मध्य प्रदेश को संसार का सबसे स्वस्थ, सुरक्षित, सुखी, समृद्ध और सुसंस्कृत राज्य बनाने का संकल्प लें। मेरा लक्ष्य हमारे “मध्यप्रदेश को औद्योगिक प्रदेश” बनाना है और मैं इसके लिए वचनबद्ध हूं। प्रदेश से कुशासन और भ्रष्टाचार के काले अध्याय के अंत का प्रण ही प्रदेश के नए युग का आरंभ बनेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार “मध्यप्रदेश में 5 लाख करोड़ रुपए का निवेश” धरातल पर उतारने के लक्ष्य के साथ बढ़ेगी। प्रदेश में नए उद्योग आयेंगे और स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। औद्योगिक मध्यप्रदेश से रोजगार युक्त मध्यप्रदेश का नवनिर्माण होगा।
कब हुआ था प्रदेश का गठन
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश का का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। इस अवसर पर प्रतिवर्ष प्रदेश में भव्य आयोजन होते हैं। पूरा उत्सवी माहौल में स्थापना दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस बार आचार संहिता के चलते आयोजनों पर रोक है। इसलिए किसी प्रकार के आयोजन नहीं हो पाये।