वृंदावन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत अपने तीन दिवसीय मथुरा के प्रवास के अंतिम दिन बुधवार प्रातः वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने राधाबल्लभ संप्रदाय के संत प्रेमानंद महाराज जी के दर्शन कर आध्यात्मिक चर्चा की। उन्होंने महाराजश्री को अंगवस्त्र, पुष्प व फल भेंट किए। वहीं महाराजश्री की ओर से सरसंघचालक जी को प्रसादी वस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया। सरसंघचालक मोहन जी भागवत ने प्रेमानंद महाराज से कहा कि आपका वीडियो देखकर दर्शन की इच्छा हुई तो आ गए। वहीं आध्यात्मिक चर्चा के दौरान महाराजश्री ने कहा कि व्यवहार की सेवा
और अध्यात्म की सेवा, ये दोनों सेवायें अति अनिवार्य हैं। केवल व्यवहार की सेवा ही होती रहे। अगर हम अपने भारतवासियों को परम सुखी करना चाहते हैं तो केवल वस्तु और व्यवस्था से नहीं कर सकते। उनका बौद्धिक स्तर सुधरना चाहिए। आज हमारे समाज का स्तर गिरता जा रहा है, जो बहुत चिंता का विषय है। हमें जितना रामजी और कृष्ण जी प्रिय हैं उतना ही भारत देश हमारे लिए प्रिय है। अब जो मानसिकताएं बन रही है वह हमारे धर्म और हमारे देश के लिए लाभदायक नहीं होंगे। इस दौरान क्षेत्र प्रचारक महेंद्र जी, प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश जी, क्षेत्र व्यवस्था प्रमुख ललितजी आदि उपस्थित रहे।