सरकारी स्कूलों में कम दाखिले को लेकर अब शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। जिले के 17 सरकारी स्कूलों की पहली कक्षा में एक भी दाखिला नहीं हुआ है। इसके अलावा 25 स्कूल ऐसे हैं जहां बालवाटिका में भी एक भी दाखिला नहीं हो पाया है। वहीं जिले के 17 स्कूल ऐसे हैं भी जहां 10 से भी कम दाखिले हुए हैं। ऐसे स्कूलों के इंचार्ज को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी वेद सिंह दहिया ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। निदेशक के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई है।बताया जा रहा है कि कारण बताओ नोटिस का जवाब आने के बाद विभाग असंतुष्ट स्कूल इंचार्ज पर सख्त कार्रवाई कार्रवाई कर सकता है। इसके पीछे कारण ये भी है कि पिछले साल के मुकाबले भी अब तक 6 हजार दाखिले कम हुए है। जबकि विभाग ने इस बार पिछले साल के मुकाबले 20 हजार दाखिले बढ़ाने का लक्ष्य दिया था। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से जारी हुए कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि दाखिले बढ़ाने के लिए जिला एवं खंड स्तर पर निरंतर ऑफलाइन और ऑनलाइन मीटिंग ली गई। लेकिन बावजूद इसके कुछ स्कूलों में पहली कक्षा और बालवाटिका में एक भी दाखिला नहीं हुआ है। इसके अलावा कई स्कूल ऐसे है जहां पर 10 से भी कम दाखिले हुए है। इसको लेकर निदेशक ने नाराजगी जाहिर की है और शो कॉज नोटिस देने के निर्देश दिए है। इसके चलते खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को 24 मई तक नोटिस का जवाब लेना होगा और इसके बाद टिप्पणी समेत 27 मई तक जिला कार्यालय को जमा करवाना होगा।
ये है दाखिले की स्थित
वर्ष 2023-24 में हुए दाखिले : 1 लाख 1 हजार
वर्ष 2024-25 में अब तक हुए दाखिले : 95089
शिक्षा विभाग निदेशालय द्वारा दिया गया लक्ष्य : 1 लाख 21 हजार
राजकीय प्राइमरी स्कूल जहां पहली कक्षा में नहीं हुआ एक भी दाखिला
ढाणी बनमंदोरी, अहली चुघ, ढाणी भादवान, मानकपुर, ढाणी मियाखां, बिसला, भूरथली, नरेल, कासिमपुर, प्लॉट ब्राहम्णवाला, ढाणी नांगल, भोड़ा, ढाणी इंदाछुई, दशमेश नगर, जापतेवाला, गिरनो, पारता
राजकीय स्कूल जहां बालवाटिका में नहीं हुआ एक भी दाखिला
ढाणी चाननराम, ढाणी बनमंदोरी, ढाणी बिश्रोईयान, रेहनखेड़ी, अहलीचुघ, अकांवाली, ढाणी गोमाराम, ढाणी गिलाखेड़ा, ढाणी मुस्सा, बहबलपुर, गढ़ चंदेरी, भूरथली, नरेल, कासिमपुर, कलोठा, भानीखेड़ा, लधुवास, प्लाट ब्राम्णवाला, ढाणी नांगल, काका सिंह, ढाणी लांबा, ढाणी इंदाछुई, इंदाछुई, कोठा मोडेवाला, दशमेश नगर
ये हैं 17 स्कूल जहां कक्षा आठवीं तक 10 से भी कम हुए दाखिले
स्कूल दाखिले
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी बनमंदोरी 1
राजकीय मिडिल स्कूल गदली 9
राजकीय मिडिल स्कूल सिंथला 2
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी बिश्नोईयान 9
राजकीय प्राइमरी स्कूल अहली चुघ 5
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी एसआर डेलू 6
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी मुस्सा 7
राजकीय प्राइमरी स्कूल गढ़ चंदेरी 8
राजकीय प्राइमरी स्कूल नरेल 4
राजकीय प्राइमरी स्कूल कासिमपुर 5
राजकीय प्राइमरी स्कूल भूरथली 7
राजकीय प्राइमरी स्कूल प्लॉट ब्राह्मणवाला 6
राजकीय प्राइमरी स्कूल खैरपुर 9
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी इंदाछुई 1
राजकीय प्राइमरी स्कूल कोठे मोडावाला 6
राजकीय प्राइमरी स्कूल गिरनो 9
राजकीय प्राइमरी स्कूल ढाणी लखुवाली 9
प्राइवेट में तीन साल में दाखिला तो सरकारी में 5 साल
ढाणी मुस्सा प्राइमरी स्कूल के इंचार्ज कृष्ण कुक्कड़ का कहना है कि उन्हें कारण बताओ नोटिस मिला है। जिसका जवाब दे दिया गया है। कुक्कड़ का कहना है कि कम दाखिले होने के पीछे कई कारण हैं। प्राइवेट स्कूलों में तीन साल में ही पहली कक्षा में दाखिला हो रहा है सरकारी स्कूलों में 5 साल में दाखिला कर सकते हैं। स्कूल से चार से पांच किलोमीटर दूर ईंट भट्ठा पर बच्चे हैं। जब इनके अभिभावकों से मिले तो वह ट्रांसपोर्ट सुविधा मांग रहे हैं, जो कि फिलहाल संभव नहीं है।
कोट
जिले के कई प्राइमरी स्कूलों में बाल वाटिका और पहली कक्षा में एक भी दाखिला नहीं हुआ है। इसको लेकर स्कूल इंचार्ज को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। ये कार्रवाई निदेशक के निर्देश पर की गई है।
-वेद सिंह दहिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी