मध्य प्रदेश

निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूरा कराएं – कमिश्नर

कमिश्नर बीएस जामोद ने कमिश्नर कार्यालय में गत दिवस आयोजित संभागीय बैठक में सड़कों तथा अन्य निर्माण कार्यों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए उन्हें समय सीमा में पूरा कराएं। निर्माण कार्यों में जमीन अथवा वन भूमि के संबंध में किसी भी तरह की कठिनाई होने पर साप्ताहिक टीएल बैठक में कलेक्टर को अवगत कराकर कठिनाई दूर करें। निर्माणाधीन सड़कों के कार्य प्राथमिकता से पूरा कराएं। वर्षाकाल के बाद डामरीकरण का शेष बचा कार्य तेजी से पूरा कराएं। निर्माणाधीन सीधी-सिंगरौली फोरलेन हाईवे में निर्माण कार्य पुन: शुरू कराने के लिए तत्परता से प्रयास करें। इस मार्ग में गोपद नदी का पुल संकरा और जर्जर है। लगातार वर्षा होने पर इसमें आवागमन बंद हो जाता है। इसके समीप टू लेन पुल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इसका शेष कार्य तथा एप्रोच रोड का निर्माण एक माह में पूरा कराकर आवागमन के लिए उपलब्ध कराएं।

                कमिश्नर ने कहा कि निर्माण कार्यों में उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नियमित जाँच कराएं। इसमें किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करें। ठेकेदार स्वयं के लैब से भी निर्माण सामग्री का परीक्षण करते हैं। उनसे नियमित रिपोर्ट प्राप्त करें साथ ही विभागीय लैब से भी निर्माण सामग्री की जाँच कराएं। रीवा-प्रयागराज मार्ग पर सोहागी घाट में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें सड़क के सुधार तथा दुर्घटना रोकने के लिए उचित सुरक्षा प्रबंध करें। यदि किसी तरह की तकनीकी कमी है तो उसे दूर करने के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजें। संभाग के किसी भी जिले में यदि लगातार वर्षा के कारण पुल-पुलियों और सड़कों में जल भराव होता है तो आवागमन रोकने के लिए समुचित नाके लगाएं।

                बैठक में कमिश्नर ने कहा कि सड़क निर्माण का भी मौके पर जाकर परीक्षण किया जाएगा। डामर रोड तथा सीसी रोड निर्माण के साथ इसके शोल्डर का भी निर्धारित मापदण्डों के अनुसार निर्माण कराएं। बैठक में चीफ इंजीनियर लोक निर्माण विभाग संजय खाण्डे ने बताया कि निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने पर ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया गया है। सड़क निर्माण में 14 स्थान पर वन विभाग ने आपत्ति दर्ज की है जिसके निराकरण के प्रयास किए जा रहे हैं। छुहिया घाटी में सड़क सुधार तथा टनल निर्माण को प्रस्तावित किया गया है। सोहागी घाटी में 6 स्थानों पर रंबल स्ट्रिप लगाकर वाहनों की गति को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया है। टोल नाके से सड़क सुरक्षा तथा घाट में सावधानी बरतने के संबंध में लगातार एनाउंस कराया जा रहा है। गोपद पुल में आवागमन एक माह में शुरू कर दिया जाएगा। बैठक में कार्यपालन यंत्री रीवा मनोज द्विवेदी, उपायुक्त डीएस सिंह, अधीक्षण यंत्री शंकरलाल, अधीक्षण यंत्री उमेश सिंह, अधीक्षण यंत्री पीआईयू तथा सभी जिलों के कार्यपालन यंत्री उपस्थित रहे।

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