Ram Mandir Politics in MP : राम मंदिर, महाकाल के नाम पर राजनीति, भाजपा-कांग्रेस में जंग शुरू
भोपाल। मध्य प्रदेश में राम मंदिर के नाम पर प्रचार शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में कई प्रमुख स्थानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगा दिये गए हैं, जिसमें लिखा है- ‘भव्य राम मंदिर बनकर हो रहा तैयार, फिर इस बार भाजपा सरकार’। इस नारे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी फोटो लगाई गई है। इससे अब दो बातें साफ हो रही हैं। एक- डबल इंजन की सरकार के प्रमुख इंजन नरेंद्र मोदी के चेहरे के जनमानस के अंतर्मन में बसाना। दूसरी- राम मंदिर के मुद्दे को चुनावी रूप में भुनाना। आपको बता दें कि गुरुवार को ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपना नामांकन छिंदवाड़ा विधानसभा से भरा है। इस दौरान उनके द्वारा दिया गया बयान ‘बीजेपी ऐसे बात कर रही है, जैसे राम मंदिर उनका मंदिर हो, ये हमारे देश का मंदिर है, हमारे सनातन धर्म का बहुत बड़ा चिन्ह है।’इस बयान के बाद से ही भाजपा नेता कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं।
आपको बता दें कि कल ही केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भोपाल में कांग्रेस और कमल नाथ पर मंदिर के मुद्दे पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि कमल नाथ यह बात भूल गए कि उनके लोगों ने कोर्ट में क्या-क्या एफिडेविट दिया था कि राम काल्पनिक हैं। सनातन पर न जाने क्या-क्या बयान आए? लेखी ने कहा था कि तब भी कांग्रेस चुप थी जब नरसिम्हा राव ने क्या कहा था हम बावरी मस्जिद को फिर से बनाएंगे। कमल नाथ से इस बात का स्पष्टीकरण मांगना जरूरी है क्योंकि तब कमल नाथ सांसद में थे, लेकिन उन्होंने कोई विरोध नहीं जताया था। मीनाक्षी लेखी जहां कमल नाथ को राम विरोधी साबित कर रही थीं, वहीं वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर फोकस भी कर रही थीं। लेखी ने कहा था कि अब मोदी जी के रहते हुए कितना बड़ा काम करके दिखा दिया है। मीनाीक्षी लेखी ने कमल नाथ के हनुमान और राम भक्ति की सवाल पर कहा था कि अब चुनावी साल है इसलिए कमल नाथ के बयान भी पलट गए हैं।