मध्यप्रदेश में इस समय हाई मानसून एक्टिविटी चल रही हैं. जिसके चलते प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है. शनिवार को भी प्रदेश के 26 जिलों में तेज बारिश हुई. राजधानी समेत कई प्रदेशभर के डैमों में लगातार जलस्तर बढ़ते जा रहा है. कोलार डैम का वाटर लेवल फुल हो चुका है. इसके गेट कभी भी खोले जा सकते हैं. वहीं छिंदवाड़ा के माचागोरा डैम के 6 गेट खोले गए, रायसेन के बारना नदी पर बने डैम के भी 6 गेट खोले गए. इन डैमों से छोड़ा हो गया पानी आज सुबह से ही निचले इलाकों में बाढ़ का कारण बना है. नर्मदापुरम के सेठानीघाट पर भी जलस्तर बढ़ गया जिससे मंदिर डूब गए.
ये मौसम प्रणाली सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार उत्तरी ओडिशा एवं उससे आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़कर अब उत्तरी छत्तीसगढ़ पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है. मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, सीकर, ग्वालियर, सीधी से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है. इन सभी प्रणालियों के कारण अगले 3 दिन प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा.
बीते 24 घंटे में कहां कितनी बारिश हुई
शनिवार को दिनभर नर्मदापुरम में 100, पचमढ़ी में 99, गुना में 40, सिवनी में 36, छिंदवाड़ा में 31, खरगोन में 27, रायसेन में 23, बैतूल में 19, उज्जैन में 18, इंदौर एवं मंडला में 15, सतना में 14, भोपाल, रतलाम एवं नरसिंहपुर में 13, मलाजखंड में 11, सीधी, खंडवा एवं शिवपुरी में सात, धार में छह, सागर में दो एवं जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई.
अब तक कितनी बारिश हुई
एमपी में इस सीजन में अबतक की औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर रहने से प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर गया है. प्रदेश में अब तक सामान्य 15.7 इंच बारिश हो चुकी है, जो 1% ज्यादा है. पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 4% ज्यादा बारिश हुई है. जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 1% कम बारिश हुई है.
आज इन जिलों में होगी बारिश
रविवार 28 जुलाई को विदिशा, राजगढ़, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, हरदा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा